TBJ Media

उद्देश्य

हमारे समाज में ऐसे लोग भी है जो किसी भी हालात या घटना को तोड़ मरोड़ कर अपने हिसाब से अपने आस पास के लोगों के साथ छल करते है अथवा छल का सहारा लेकर गिरी से गिरी हरकत करने को हमेशा तैयार रहते है या फिर उसकी जुगत में भिरे रहते हैं | उनमे कुछ उदीयमान होने के साथ साथ निकृष्ट हो सकते है |

उनका भविष्य या अंत उस सियार की तरह है जो नील से भरी एक नाद में अचानक गिर गया और नीले रंग में रंग गया | उसने इस परिस्थिति से फ़ायदा उठाने का एलान किया कि उसको ईश्वर ने उस जंगल की सुरक्षा करने के लिए भेजा है | 

उस जंगल में रहने वाले भोले भाले तमाम जानवर उसकी बातों में आ गए | पर टीबीजे मीडिया को यह डर भी सता रहा था कि कही जंगल में अन्य सामान्य सियारों की मौजूदगी से उसका भांडा ना फूट जाए और उसकी सच्चाई का सभी को पता ना चल जाए | तभी उसने सभी सियारों को जंगल से बाहर निकलवा दिया | लेकिन दुर्भाग्यवश एक दिन उसने जंगल के बाहर से सियारों को चिल्लाने की आवाज़ आई | टीबीजे मीडिया भी अपनी आदत को नहीं रोक सका और बाकी सियारों की तरह खुद भी ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगा | ऐसा करने पर सच सामने आ गया और वह शर्म से मर गया |

क्या ऐसी या इससे मिलती जुलती सोच रखने वाले लोग हमें सियासत, धार्मिक, सामाजिक और व्यापार व्यवस्था में नज़र नहीं आते ? दुर्भायवश जहाँ ऐसे रंगे सियार अपनी मोजुदगी से सिस्टम को किसी भी हद तक चौपट करने की जुगत में जुटे रहते हैं ?

क्या हमें ऐसे रंगे सियार के खिलाफ आवाज़ या कदम उठाने की ज़रूरत नहीं है ?

OBJECTIVE

There are people in the society who keep themselves engaged in taking advantage of a situation, and indulge in cheating, exploiting or doing anything that is mean and obnoxious.

Some among them may be brightest but at the same time meanest also.

Their fate is analogous to that of the jackal who had fallen into an indigo tank accidently and had become blue. Taking advantage of the situation he proclaimed that he was sent by God to guard the forest.

The gullible inmates of the forest believed in him. The TBJ Media fearing that the presence of other normal jackals in the forest might became a source of exposing his reality, he drove them out of the forest. But to his great misfortune one day he heard them howling at the far end of the forest. He also started howling as he could not overcome the real nature of a jackal. He was exposed and met a very inglorious end.

Don’t we see such scenes in our political / social / business system today also, where, unfortunately, the TBJ Media are busy in manipulating their entry at every level.

Don’t we need to act against such TBJ Media????